उज्जैन में कांग्रेस का हल्ला बोल आंदोलन शुरू हो गया है। शहीद पार्क पर सभा के बाद कांग्रेस नेता ने संकुल भवन की ओर कूच किया। यहां कलेक्टोरेट का घेराव कर दिया। कलेक्टोरेट में प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र होने लगे और पुलिए द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स के ऊपर चढ़ने का प्रयास किया। इस दौरान कांग्रेसियों की पुलिस से धक्का-मुक्की हो गई। धक्का-मुक्की के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता भागते हुए नजर आए। एक घंटे तक चले घेराव के बाद जीतू पटवारी ने उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह को ज्ञापन देकर प्रदर्शन को समाप्त कर दिया।
प्रदर्शन में शामिल होने से पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने महाकाल मंदिर पहुंचकर दर्शन किए। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भी प्रदर्शन में मौजूद हैं। सभा में दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी और उमंग सिंघार ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस द्वारा कलेक्टोरेट का घेराव कर प्रदर्शन किया जा रहा है। बता दें कि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह गुरुवार को ही उज्जैन पहुंच गए थे। आंदोलन के प्रभारी चंदर सिंह सोंधिया ने बताया कि मुख्यमंत्री के शहर में बिगड़ती कानून व्यवस्था, नर्सिंग घोटाला, नीट एग्जाम फर्जीवाड़ा, शिप्रा नदी के प्रदूषित होने और दूसरे मुद्दों पर प्रदर्शन किया जा रहा है। पुलिस ने भी कलेक्टर कार्यालय से पहले कांग्रेस कार्यकर्ता को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की है।
राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा-कांग्रेस के युवाओं में आज जोश देखने को मिल रहा है। सीएम के घर पर जो हल्ला बोला उसके लिए बधाई। उन्होंने कांग्रेस से भाजपा में गए लोगों पर तंज कसते हुए कहा कि डरता वो है जिन्होंने कांग्रेस से खूब कमाया और खाया और जब लड़ने का मौका आया तब बीजेपी में शामिल हो गए। दिग्विजय सिंह ने मोदी पर कहा कि देश को खूब लूट रहे हैं। मोदी ने 10 साल में बड़े उद्योगपति के 12.5 लाख करोड़ के कर्ज माफ किए। बिजली का नया मीटर आया है जो 1000 का बिल 4-5 हजार का देगा।
उमंग सिंगार ने कहा- उज्जैन की जमीन लूटने लगी है। 140 करोड़ की जमीन आरएसएस को दे दी। प्रदेश में सबसे महंगी शराब उज्जैन में बिक रही है। उज्जैन में शराब बंदी क्यो नहीं करते। 500 करोड़ से अधिक का बजट है, शिप्रा की एक बार सफाई कर दी ।
सीएम मोहन यादव पर कहा-अपराध बढ़ गए, जमीन महंगी हो गई। इंदौर में जमीन भी ले रहे है, क्या आप अली बाबा चालीस चोर हो जो प्रदेश को लूटने में लगे हो। सरकार कर्ज में डूबी है। मंत्री औए सीएम कंबल ओढ़कर घी पी रहे है