अब मेट्रो ने गांधीनगर स्टेशन से एयरपोर्ट की ओर भी रुख कर लिया है। इस हिस्से में पिलर निर्माण होने के साथ लांचर के माध्यम से वायडक्ट तैयार करने का काम भी शुरू हो गया है। फिलहाल गांधीनगर से बिजासन मंदिर के सामने वाले रोड के डिवाइडर पर 225 मीटर हिस्से में मेट्रो के नौ पिलर खड़े किए जा रहे हैं।
इसके बाद रैंप के माध्यम से मेट्रो को अंडर ग्राउंड किया जाएगा। फिलहाल मौजूदा निर्माण एजेंसी मेट्रो के ओवरहेड हिस्से को तैयार करेगी। इसके बाद अंडर ग्राउंड रूट के लिए तय होने वाली एजेंसी सबसे पहले एयरपोर्ट वाले हिस्से से काम शुरू करेगी। इस तरह मेट्रो से एयरपोर्ट को जोड़ने की कवायद तेज हो गई है। सिंहस्थ के पहले एयरपोर्ट के यात्रियों को मेट्रो में बैठकर लवकुश चौराहे होते हुए रेडिसन चौराहे तक पहुंचने की सुविधा मिलेगी।
मेट्रो के अंडर ग्राउंड रूट पर भले ही अभी संशय बना है, लेकिन पूर्व में तय योजना के तहत रीगल से एयरपोर्ट तक 8.8 किलोमीटर हिस्से में सात अंडर ग्राउंड स्टेशन बनाए जाएंगे।
ऐसे में सबसे पहले इंदौर एयरपोर्ट के पास मेट्राे रेल के लिए अंडर ग्राउंड स्टेशन बनाया जाएगा।
वर्तमान में गांधीनगर स्टेशन से एयरपोर्ट की ओर 250 मीटर में मेट्रो का ओवरहेड हिस्से का निर्माण किया जा रहा है।
गांधीनगर चौराहे से एयरपोर्ट के बीच डिवाइडर वाले हिस्से से ही मेट्रो को भूमिगत किया जाएगा।
इसके बाद एयरपोर्ट के समीप रोड के नीचे अंडर ग्राउंड स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।
विमान से आने वाले यात्री एयरपोर्ट से अराइवल व डिपार्चर से सीधे अंडर ग्राउंड मेट्रो स्टेशन तक पहुंच सकें, इसके लिए एयरपोर्ट पर अंडर ग्राउंड एलिवेटर लगाए जाएंगे। इसके अलावा एयरपोर्ट से मेट्रो के अंडर ग्राउंड स्टेशन तक ट्रेवलेटर भी लाया जाएगा।
इस पर यात्री महज 200 मीटर की दूरी पर पैदल चलकर या ट्रेवलेटर के माध्यम से अपने सामान के साथ खड़े होकर सीधे मेट्रो स्टेशन पर पहुंच सकेंगे। सिंहस्थ के पहले एयरपोर्ट के अंडर ग्राउंड स्टेशन को तैयार करने की कवायद की जाएगी ताकि एयरपोर्ट के यात्री लवकुश चौराहे होते हुए रेडिसन चौराहे तक मेट्रो के माध्यम से पहुंच सकें।