रायपुर। लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही छत्तीसगढ़ में आचार संहिता लागू हो गई है। राज्य उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी रीना बाबा साहब कंगाले ने लोकसभा चुनाव को लेकर रविवार को मीडिया से चर्चा की। इस दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राज्य के 11 लोकसभा सीटों पर तैयारियों से लेकर मतदाताओं की संख्या और संवेदनशील केंद्रों को लेकर जानकारी दी।
उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 1 लाख 20 हजार 92 मतदाता और बढ़ गए हैं।विधानसभा चुनाव 2023 से अब तक प्रदेश के मतदाताओं की संख्या में 0.6% की वृद्धि हुई है। वहीं लोकसभा चुनाव 2019 से मतदाताओं की संख्या में 15 लाख 14 हजार 13 (7.96%) की वृद्धि हुई है।
उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 5 लाख 13 हजार 2 सौ बावन है जिनमें से 1 करोड़ 1 लाख 80 हजार 4 सौ पांच पुरुष मतदाता एवं 1 करोड़ 3 लाख 32 हजार 1 सौ पंद्रह महिला मतदाता पंजीकृत हैं।
वहीं छत्तीसगढ़ में 100 वर्ष की आयु पूरी कर चुके कुल वोटरों की संख्या 2,855`है, जो लोकसभा चुनाव में 2024 अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। वहीं 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या 82 हजार 476 है।
लोकसभा चुनाव 2024 में वोटिंग के लिए छत्तीसगढ़ राज्य के 11 लोकसभा सीटों पर कुल 24229 मतदान केंद्र होंगे। इसमें 24109 मूल मतदान केंद्र और 120 सहायक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। वहीं कुल 20951 मतदान केंद्र लोकेशन हैं, जिनमें से 3221 शहरी क्षेत्र में तथा 17730 ग्रामीण क्षेत्र में स्थित हैं।
वहीं संवेदनशील मतदान केंद्रों पर वोटिंग के दौरान सख्त निगरानी की जाएगी। मतदान केंद्रों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान तैनात किए जाएंगे। छत्तीसगढ़ में संवेदनशील केंद्र की संख्या 109 है, जबकि क्रिटिकल केंद्र की संख्या 1726 है। वहीं 518 पहुंच विहीन मतदान केंद्र है।
चुनाव अधिकारी ने आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में नागरिकों के सहभागिता बढ़ाने एवं शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए आयोग ने सी- विजिल एप्लीकेशन को और भी सशक्त बनाया है।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के सभी 11 लोकसभा क्षेत्र के लिए सामान्य निर्वाचन के कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है। राज्य में कुल 11 लोकसभा सीटों में 6 लोकसभा सीट अनारक्षित, 4 सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है। वहीं 1 सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है।
उन्होंने बताया कि राज्य में निर्वाचन संपन्न कराये जाने के लिए 11 रिटर्निंग अधिकारी एवं 90 सहायक रिटर्निंग अधिकारी अधिसूचित किये जा चुके हैं। उन्हें प्रशिक्षित भी किया जा चुका है। निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही अब छत्तीसगढ़ राज्य में आदर्श आचार संहिता प्रभावशील हो गई है।