भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवाओं का रुख बदलने लगा है। इस वजह से मौसम पूरी तरह शुष्क होने लगा है। साथ ही दिन और रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगी है। धूप में चुभन ने प्रदेश में गर्मी की दस्तक का अहसास कराना शुरू कर दिया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गर्मी का प्रभाव अब धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा। पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से आगे बढ़ने के बाद बीच-बीच में हवाओं का रुख उत्तरी होने पर ही तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है। उधर रविवार को प्रदेश में सबसे कम 11.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रीवा में दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। प्रदेश में हवाओं का रुख पूर्वी एवं दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मार्च का पहला सप्ताह बीत चुका है। दक्षिण भारत में तापमान बढ़ने लगा है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पूर्वी एवं दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलने लगी हैं। इस वजह से मध्य प्रदेश में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के आने का सिलसिला तो बना हुआ है, लेकिन अब आवृति कम होने से उनका प्रभाव उत्तर भारत के पहाड़ी एवं मैदानी क्षेत्रों तक की सीमित रहने की उम्मीद है। इस वजह से अब तापमान में विशेष गिरावट होने की संभावना काफी कम है। इस वजह से अब वातावरण में धीरे-धीरे गर्मी का प्रभाव बढ़ने लगेगा। विशेषकर मार्च के अंतिम सप्ताह में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास तक पहुंच सकता है।
