फिर दरकिनार होगी वरिष्ठता, पहुंच वाले अफसर चलाएंगे वन विभाग, इन्हें मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

राज्य के वन विभाग में एक बार फिर कनिष्ठ अफसर को वरिष्ठ अधिकारी के ऊपर बैठाने की तैयारी है। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 1990 बैच के भारतीय वन सेवा के अधिकारी अनिल कुमार राय विभाग के 16वें नियमित वन बल प्रमुख व पीसीसीएफ बनाए जा सकते हैं। इसके लिए तीन वरिष्ठ अफसरों को सुपरसीड करके विभागीय फाइल चल चुकी है। वर्तमान में राय छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ नवा रायपुर के प्रबंधक हैं।
वर्तमान में वन बल प्रमुख व पीसीसीएफ का दायित्व 1990 बैच के ही आइएफएस डा. वी श्रीनिवास राव के पास है। पिछले साल मई 2023 में राव को सात अफसरों को सुपरसीड करते हुए भूपेश बघेल सरकार ने प्रभारी पीसीसीएफ और वन बल प्रमुख की जिम्मेदारी दी थी। 31 जुलाई 2023 को उन्हें नियमित पीसीसीएफ बनाया गया था। हालांकि उस समय राव के खिलाफ आइएफएस सुधीर कुमार अग्रवाल समेत अन्य अधिकारियों ने शिकायत की थी। अभी भी विभागीय अफसरों में वरिष्ठता का ध्यान नहीं रखने के कारण भारी रोष है। हालांकि भूपेश सरकार में भी अफसरों का विरोध धरा का धरा रह गया था। बताते हैं कि तत्कालीन वन मंत्री मोहम्मद अकबर भी राव की नियुक्ति किए जाने के पक्ष में नहीं थे, लेकिन नियुक्ति के पीछे मुख्यमंत्री निवास खड़ा था।
अगर वरिष्ठता सूची की बात करें तो प्रदेश के कुल 14 आइएफएस अफसरों में सुधीर कुमार अग्रवाल सबसे वरिष्ठ अफसर हैं। 1988 बैच के सुधीर अग्रवाल प्रदेश के ही निवासी हैं। वरिष्ठता के दूसरे क्रम में 1989 बैच के आइएफएस तपेश कुमार झा और तीसरे क्रम में 1989 बैच के संजय ओझा वरिष्ठ अधिकारियों में से एक हैं।
जानकारी के अनुसार, आइएफएस अनिल राय तीन महीने बाद मई 2024 में ही सेवानिवृत्त होंगे। ऐसे में अगर वह पीसीसीएफ बनाए जाते हैं तो मई में कार्यकाल बढ़ाने की फाइल केंद्र सरकार और संघ लोक सेवा आयोग को भेजी जा सकती है।
डा. आरसी शर्मा, डा. एससी जेना, आरएन मिश्रा, आरके शर्मा, धीरेंद्र शर्मा, एके सिंह, रामप्रकाश, डा. एके बोआज, बीएल शरण, आरके टम्टा, आरके सिंह, मुदित कुमार, राकेश चतुर्वेदी, संजय शुक्ला और अभी डा. श्रीनिवास राव पीसीसीएफ हैं।