इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर नियंत्रित करने के लिए बुधवार दोपहर 4.30 बजे बांध के गेट खोलने की चेतावनी बांध प्रबंधन ने जारी की है। इंदिरा सागर बांध के चार गेट तथा ओंकारेश्वर बांध के चार गेट खोले जाएंगे। इससे नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगों को नदी के किनारों से दूर रहने की हिदायत दी गई है। वहीं इस संबंध में एनएचडीसी प्रबंधन ने खंडवा सहित आसपास के पांच जिलों को सूचना दी गई है।
इंदिरा सागर बांध का जल स्तर 260 मीटर के लगभग होने से बांध के गेट खोले जा रहे हैं। अगस्त माह में बांध का जलस्तर 260 मीटर निर्धारित होने से यह निर्णय लिया गया है। बांध का जलस्तर नियंत्रित करने के लिए पावर हाउस की सभी आठ टरबाइन चलाई जा रही है। इससे 1840 क्यूमेक्स तथा चार गेट से दो हजार क्यूमेक्स पानी नर्मदा में छोड़ा जाएगा। इससे डाउन स्ट्र्रीम में करीब 3840 क्यूमेक्स पानी पहुंचेगा।
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार ओंकारेश्वर बांध के भी 9 गेट दोपहर में खोले जाएंगे।
पता चला है कि बांध के गेट और पावर हाउस से डाउन स्ट्रीम में 3880 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जाएगा।
जानकारी के अनुसार ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर 195.40 मीटर से ऊपर पहुंचने से गेट खोले जा रहे हैं।
ऊपरी क्षेत्र में इंदिरा सागर बांध से पानी छोड़ने से ओंकारेश्वर बांध का जलाशय लबालब हो गया है।
बांध का जलस्तर 196 मीटर से कम रखने के लिए इस मानसून सत्र में पहली बार बांध के गेट खुलेंगे।
दिरा सागर बांध से पानी की आवक को देखते हुए ओंकारेश्वर बांध प्रबंधन भी उसी अनुपात में पानी की निकासी करने के लिए टरबाइन चलाकर बिजली का उत्पादन के अलावा बांध के गेट खाेलकर पानी छोड़ा जाएगा। इससे 3880 हजार क्यूमेक्स पानी नर्मदा के नीचले क्षेत्रों में दोपहर बाद पहुंचेगा।-धीरेंद्र द्विवेदी, ओंकारेश्वर बांध परियोजना प्रमुख
पूरी क्षमता से बिजली का उत्पादन
वर्तमान में बांध के पावर हाउस की आठों टरबाइन चला कर बिजली का उत्पादन पूरी क्षमता से किया जा रहा है। इससे बाद भी जलस्तर नियंत्रित नहीं होने से बांध प्रबंधन द्वारा दोपहर 4:30 बजे 9 गेट खोलने का निर्णय लिया है। इसमें तीन स्पिल्वे गेट 1.5 मीटर, दो गेट एक मीटर और चार गेट आधा मीटर ऊंचाई तक खुले जाएगे। गेटों से कुुल 1984 क्यूमेक्स और विद्युत गृह से 1896 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जाएगा।
हंडिया की ओर से घटी पानी की आवक
मंगलवार दोपहर इंदिरा सागर बांध के गेट भी खोलने की तैयारी थी, लेकिन हंंडिया की ओर से पानी की आवक घटने से गेट खोलने का निर्णय टाल दिया गया था। फिलहाल बांध के पावर हाउस से आठों टरबाइन चलाकर नर्मदा में 1840 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है।

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