बिलासपुर। वैवाहिक सीजन के बीच बिलासपुर में इन दिनों वेडिंग थीम को लेकर जबरदस्त आकर्षण नजर आ रहा है। वेशभूषा, खान-पान, संगीत और हैरिटेज सहित अन्य राज्यों के प्रसिद्ध चीजों को शामिल किया जा रहा है। मंडप भी खास। फिल्मी झलक के साथ रंग-बिरंगे नेचुरल फूल, शाही सिंहासन इन दिनों शादियों में खूब देखने को मिल रहा है।
छत्तीसगढ़ में देवउठनी एकादशी के बाद से शादियों का सीजन प्रारंभ हो जाता है। वर्षा ऋतु से पहले तक खूब मुहुर्त है। प्रमुख रूप से मार्च, अप्रैल,मई और जून माह में खूब शादियां होंगी। इवेंट आगनाइजर भी इसे लेकर पहले ही तैयारी कर चुके हैं। वेडिंग प्लानर के प्रदीप राव का कहना है कि इस साल बिलासपुर में मार्च से जून के बीच बड़ी संख्या में शादियां है। बाजार में बड़ा कारोबार होगा। इस मौके पर बहुत सी अनूठी शादियां होंगी, जिनके वेडिंग वेन्यू में शाही एहसास होगा। बहुत सी शादियों में नेचुरल थीम को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां बिजनेसमैन, पालिटिशियंस तक की कई शाही शादियां शामिल हैं।
सबसे खास बात यह कि इंटरनेट मीडिया के आने के बाद से लोगों को लोकेशन और डिजाइन को लेकर ज्यादा दिक्कत नहीं होती। फिर भी कई ऐसी चीजें हैं जो आमतौर पर लोगों को नहीं पता होता। इवेंट प्लानिंग के दौरान सारी चीजों को सामने रखा जाता है। पिछले कुछ वर्षों में यह देखने को मिला है कि बिलासपुर के कई ऐसे बड़े लोग हैं जिन्होंने विवाह को खास बनाने खूब धन खर्च किया है। शादी में नेचुरल ताजे फूलों की मांग अब सबसे ज्यादा हो रही है। इसके अलावा बालीवृड या टालीवृड में दिखने वाले पाप्युलर केरेक्टर्स पर थीम डिजाइन करवा रहे हैं।
शादी के मंडप को लेकर लोग अब शाही सिंहासन के साथ शाही महल, इंडिया गेट और बाहुबली फिल्म में दिखाए गए दृश्य जैसा मंडप बनाने आर्डर देते हैं। श्री राम वर्ल्ड टेंट एंड कैंटरिंग के प्रमुख रितेश श्रीवास्तव की मानें तो बिलासपुर में थीम बेस्ड पूजा पंडाल के बाद अब थीम बेस्ड शादी मंडप बनने लगे हैं। जहां प्रवेश करते ही ऐसा अहसास होता है जैसे आप उस केरेक्टर में घुस गए हैं और आपके सामने बड़े-बड़े पहाड़, झरने हैं। घोड़े-हाथी पशु पक्षी आस-पास घूमते नजर आते हैं। एलईडी वाल और विजुअल्स दिखाए जाते हैं।
शादियों में अब यह भी देखा जा रहा है कि प्लास्टिक चीजों का उपयोग कम हो रहा है। डिस्पोजल ग्लास, थाली इत्यादि बड़े पार्टियों से गायक हो गए हैं। इसके अलावा अब दूसरे राज्यों में यह भी देखने को मिल रहा है कि विवाह के दौरान मेहमानों को शाही तरीके से बिठाकर भोजन कराया जाता है। छत्तीसगढ में मेहमानों को बिठाकर भोजन कराने की वर्षों पुरानी परंपरा है जिसे अब नए तरीके से शाही अंदाज में परोसने की तैयारी है।