चौपाटी संचालन को लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा गठित समिति के सदस्यों ने शुक्रवार रात सराफा बाजार का दौरा किया। रहवासियों ने सदस्यों से कहा कि सराफा बारूद के ढेर पर बैठा है। रात में सराफा में पैदल निकलना तक मुश्किल है। किसी दिन हादसा हुआ तो लोगों का बाहर निकालना मुश्किल हो जाएगा, दमकल पहुंचना तो दूर की बात है।
सदस्यों ने दुकानदारों से भी चर्चा की। जगह-जगह गैस चूल्हे पर खाने-पीने की सामग्री बनती मिली। कई जगह दुकानदार घरेलू गैस सिलेंडर का व्यावसायिक उपयोग करते मिले। सदस्यों ने दुकानदारों से अपील की कि वे सुरक्षा के इंतजामों पर ध्यान दें।
महापौर द्वारा गठित समिति के अध्यक्ष और जनकार्य समिति प्रभारी राजेंद्र राठौर, समिति और एमआइसी सदस्य निरंजन सिंह चौहान, राकेश जैन और पार्षद मीता राठौर शुक्रवार रात करीब नौ बजे सराफा पहुंचे। समिति ने राजवाड़ा की ओर से दौरा शुरू किया। रहवासी दीपक कटारिया ने सदस्यों को बताया कि सराफा बाजार में अभी भी कई परिवार रहते हैं। रात के समय पूरा बाजार खचाखच भर जाता है।
पुलिस दोनों तरफ बैरिकेडिंग कर देती है। रहवासियों तक के वाहन भीतर नहीं आने दिए जाते। दौरे में यह बात भी सामने आई कि बाजार में 250 से ज्यादा खान-पान की दुकानें लगती हैं। ज्यादातर दुकानदार गैस चूल्हे पर व्यंजन पकाते हैं। यह किसी भी दिन बड़े हादसे की वजह बन सकता है। बाजार में रात करीब 10 बजे पैर रखने तक की जगह नहीं थी। ऐसी में अगर किसी दिन कोई हादसा हो गया तो स्थिति भयावह हो सकती है।
समिति अध्यक्ष राजेंद्र राठौर ने कहा कि सराफा में पहले दुकानदार व्यंजन घरों में तैयार करते थे और यहां लाकर बेचते थे। अब पहले जैसी बात नहीं है। ज्यादातर दुकानदार चौपाटी में व्यंजन बनाते हैं। पनीर टिक्के के लिए तो कोयला भी जलाया जा रहा है। चौपाटी कहां शिफ्ट हो सकती है या मौजूदा स्थान पर क्या उपाय किए जाएहं, इन सभी विकल्पों पर विचार किया जाएगा।
इसके पूर्व समिति सदस्यों ने शुक्रवार को अवंतिका गैस कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें जनकार्य विभाग प्रभारी राजेंद्र राठौर, समिति सदस्य निरंजनसिंह चौहान, राकेश जैन, पार्षद मीता राठौर और अवंतिका गैस लिमिटेड के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सराफा क्षेत्र में अग्नि दुर्घटना से बचाव, उपाय, गैस लाइन बिछाने आदि सुझावों पर विचार-विमर्श करते हुए इस बारे में कार्ययोजना तैयार करने का निर्णय लिया गया। अवंतिका गैस लिमिटेड के पदाधिकारी से सराफा चौपाटी में गैस लाइन डालने और व्यवस्था के संबंध में चर्चा की गई। गैस कंपनी के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया गया कि वे 20 फरवरी तक सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत कर दें।
