एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रतिदिन पौधरोपन की गूंज लोकल से ग्लोबल स्तर तक

भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रतिदिन पौधरोपन से देश -विदेश में प्रदेश का नाम पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध एक ब्रांड के रूप में स्थापित हुआ है । देश -विदेश में जब संगोसीठीयों , सेमीनार एवं पर्यावरनिय विमर्श में जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों की रोकथाम पर महज अकादमीक चर्चा हो रही है , तब शिवराज सिंह ने इस संबंध में व्यक्तिगत स्तर पर काम करने का प्रण लिया। यह प्रण था प्रतिदिन स्वयं पौधा लगाने का और पौधा लगाने के उपक्रम में लोगों को जोड़ने का ।

मुख्यमंत्री चौहान ने मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में 19 फरवरी 2021 को नर्मदा जयंती के अवसर पर प्रतिदिन पौधा लगाने की जो शुरुआत की, जिसे वे दो वर्ष बाद भी निरंतर रखे हुए हैं। उन्होंने इन दो वर्षों के 730 दिनों में लगभग 2200 पौधे लगाए। पौधे लगाने की गतिविधि का विस्तार भोपाल सहित प्रदेश के कई कस्बों और शहरों से लेकर देश के 12 राज्यों तक हुआ। अब स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री के साथ प्रतिदिन कई सामाजिक संगठन और व्यक्ति, स्व-प्रेरणा से पौधरोपण कर रहे हैं। चौहान ने पौधरोपण के अपने प्रण से जन-जन को जोड़ने के लिए लोगों को अपने जीवन के महत्वपूर्ण अवसरों जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ तथा अपने परिजनों की स्मृतियों को क्षुण्ण बनाए रखने के लिए उनकी पुण्यतिथि पर पौधे लगाने का आह्वान किया है। उनके आह्वान के परिणामस्वरूप राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में पौधरोपण की गतिविधि को विस्तार मिला। देश-दुनिया जब कोरोना से प्रभावित थी तब भी उस काल में कोरोना से बचाव की सावधानियों के साथ पौधरोपण जारी रहा। कोरोना के नियंत्रण में आने के साथ ही, जनवरी 2022 से श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट सिटी उद्यान में मुख्यमंत्री के साथ अपने जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ या परिजनों की स्मृति में पौधे लगाने के लिए आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती चली गई। जनवरी 2022 से अब तक लगभग 1600 से अधिक व्यक्तियों ने उनके साथ पौधे लगाए। जनसम्पर्क अधिकारी संदीप कपूर ने शनिवार को बताया कि पर्यावरण संरक्षण के पावन कार्य में जनसहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री चौहान ने एक और नई पहल की है। यह पहल है विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 2021 से आरंभ किया गया प्रदेशव्यापी अंकुर कार्यक्रम । कार्यक्रम की अनूठी बात यह है कि लोग पौध लगाकर पर्यावरण संरक्षण के महायज्ञ में अपने योगदान को डिजिटल स्वरूप में सुरक्षित रख सकते हैं। इसके लिए वायुदूत एप पर रजिस्ट्रेशन कराकर स्वयं के द्वारा लगाए गए पौधे की फोटो अपलोड करने की व्यवस्था है। पौधा लगाने के बाद उसकी देखरेख की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिभागियों के लिए निश्चित समयावधि के बाद पुन: फोटो अपलोड करने के साथ ही चयनित लोगों को प्राण वायु अवार्ड से सम्मानित करने की व्यवस्था भी है।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट में लिखा, ”मैं संकल्प लेता हूं कि मां नर्मदा जयंती के दिन से एक वर्ष तक प्रतिदिन एक पौधा लगाऊंगा और हम साथ मिलकर नशा मुक्त समाज का निर्माण करेंगे. मैया के चरणों में प्रणाम और यही प्रार्थना कि सदैव प्रदेश पर उनकी कृपा बनी रहे, उनके आशीर्वाद से यह धरा धन्य होती रहे. हर हर नर्मदे!” सीएम के साथ उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान भी अमरकंटक में मौजूद रहीं. 

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मां नर्मदा पर केंद्रित पुस्तक का विमोचन भी किया. इस पुस्तक में अमरकंटक के पर्यटन स्थलों की जानकारी दी गई है. नर्मदा आरती के बाद मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने श्रद्धालुओं और आम लोगों से अपील की कि वे मां नर्मदा में गंदगी नहीं करने का संकल्प लें. मुख्यमंत्री ने सभी से साल में एक पौधा अवश्य लगाने की अपील की.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वयं भोपाल के स्मार्ट सिटी उद्यान में बरगद का पौधा लगाया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री चौहान तथा केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा भी राष्ट्रपति के साथ पौधरोपण में शामिल हुए और पीपल तथा कचनार के पौधे लगाए।

प्रोग्रेस ऑफ इंडिया न्यूज

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