गुनौर जनपद मैं पदस्थ हीरा सिंह राजपूत ,सीताराम राजपूत फर्जी टाइपिंग का प्रमाण पत्र लगाकर विभाग के साथ धोखाधड़ी कर अनैतिक रूप से शासन को क्षति पहुंचाई ।
भोपाल-पन्ना जिले के गुनौर जनपद पंचायत से एक ऐसा मामला निकलकर सामने आया है कि जिसे जानकर सबके होश उड़ जाएंगे,गुनौर जनपद में पदस्थ 3 बाबुओं के रिकार्ड खंगालने पर पता चला कि उनके द्वारा फर्जी टाइपिंग डिप्लोमा के सहारे नौकरी हथियाई थी,गुनौर जनपद पंचायत में पदस्थ बाबू हीरा सिंह राजपूत,सीताराम राजपूत , ने दस्तावेजो में कूट रचना करते हुए शासन की आंखों में धूल झोंककर किसी अन्य के डिप्लोमा में अपना नाम लिखकर नौकरी हथियाई थी,वर्षो से यह तीनों बाबू गुनौर में पदस्थ रहकर शासन को करोड़ो का चूना लगा चुके है।कूटरचित दस्तावेजो के सहारे नौकरी हथियाने वाले इन तीनो नटवरलालों के दस्तावेजो की जांच पड़ताल करने पर बहुत बड़ा कारनामा सामने आ सकता है।अभी हाल में मंत्रालय में फर्जी टाइपिंग डिप्लोमा लगाकर नौकरी हथियाने वाले नटवरलालों की पड़ताल चल रही है लेकिन गुनौर में पदस्थ नटवरलालों की जांच नही हो रही।
सुशासन का दम भरनेवाले म प्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उच्चस्तरीय टीम गठित कर फर्जी दस्तावेजों के सहारे नॉकरी हासिल करनेवाले नटवरलालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करनी चाहिए।
धोखाधड़ी करके फर्जी टाइपिंग डिप्लोमा लगाकर नौकरी करनेवाले बाबू हीरा सिंह राजपूत और सीताराम राजपूत अकूत संपत्ति के मालिक है इनके द्वारा वेतन के अलावा भृस्टाचार के माध्यम से खूब पैसा कमाया इनके चार पहिया वाहन,आलीशान भवन और रईसी ठाठ बाठ देखकर सहज ही अंदाज लगाया जा सकता है कि इन्होंने किस कदर से गफलत कर पैसे कमाए है।
फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी करनेवाले नटवरलालों की बेनामी संपति सहित इनके दस्तावेजो की जांच कर इनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिए।
प्रोग्रेस ऑफ इंडिया न्यूज