सोमवार को संस्थान के डीन ने विद्यार्थियों को समझाकर धरना खत्म कराने में सफल हुए थे, लेकिन फिर से विद्यार्थी सड़क पर उतर आए और प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस बार भी छात्रों को समझाने के प्रयास किए गए। मैनिट प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखकर पुलिस प्रशासन की मदद ली।
मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी(मैनिट) में मंगलवार को फिर से करीब दो हजार विद्यार्थी संस्थान के मुख्य गेट पर धरना पर बैठे हैं। संस्थान में बाइक से प्रवेश पर रोक लगाने से नाराज होकर और संस्थान की नई पालिसी का विरोध करते हुए विद्यार्थी सुबह नौ बजे से मुख्य गेट को जाम कर दिया है।
ऐसे में संस्थान के बाहर और अंदर आना मुश्किल हो रहा है। प्रबंधन ने पुलिस की टीम को भी बुला लिया है। इसमें बीटेक सेकेंड,थर्ड,फोर्थ ईयर के साथ-साथ एमटेक के विद्यार्थियों ने धरना-प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों का कहना है कि संस्थान ने कई नए नियम बनाए हैं,जो किसी को भी पसंद नहीं आ रहे हैं।
ये हैं विद्यार्थियों की मांगें
-विद्यार्थी परिषद के चुनाव जैसे होते थे।वैसे ही होना चाहिए।विद्यार्थी परिषद का चुनाव नहीं होने से विद्यार्थियों की आवाज को दबाना है।
-छात्रावास शुल्क विद्यार्थियों के पास में रहनी चाहिए और छात्रावास के मेस शुल्क को कम करना चाहिए।
-विद्यार्थियों से मेंटेनेंस चार्ज 10,500 लेने के बावज़ूद छात्रावास के कमरों की हालत खराब है। वाटरकूलर का पानी दूषित हो गया है।भोजन भी गुणवत्तापूर्ण नहीं मिल रहा है। यहां स्वच्छता का ध्यान रखा जाए।
खेल संकुल, पुस्तकालय, जिम, चिकित्सा सुविधाएं बढाई जाए, सभी का समय बढ़ाया जाए।
– इसमें लायब्रेरी रविवार व शनिवार को भी खुलनी चाहिए।जिमखाना का समय सुबह 10 बजे तक खुलनी चाहिए।चिकित्सा सुविधाएं 24 घंटे उपलब्ध होना चाहिए।
– अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए उपस्थिति मानदंड कम करने की मांग की गई।
– कालेज फेस्ट में आर्टिस्ट नाइट बैन नहीं करवाएं।