जबलपुर। नई एमआइसी (मेयर इन काउंसिल) के गठन एक सप्ताह के भीतर एमआइसी की दूसरी बैठक आयोजित की गई। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में एमआइसी सदस्यों से चर्चा कर अमृत योजना फेस-2 के तहत करोड़ों रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। बैठक में अमृत योजना के तहत घर-घर नर्मदा पहुंचाने के लिए 312 करोड़ रुपये खर्च कर पेयजल आपूर्ति का विस्तार करने के संकल्प को स्वीकृति दी गई। इसके अलावा शहर विकास को मद्देनजर रखते हुए भी कई अहम निर्णय लिए गए। विदित हो कि इसके पहले नवगठित एमआइसी की पहली बैठक पांच मार्च 2024 को आयोजित की गई थी।
महापौर कक्ष में आयोजित में महापौर ने कहा कि उनका यह भी संकल्प था कि संस्कारधानी के प्रत्येक घरों में मां नर्मदा का पावन जल पहुंचे उस दिशा में आज उक्त प्रस्ताव की स्वीकृति प्रदान कर संकल्प को पूरा कराने की दिशा में कदम बढ़ाएं गए हैं। अमृत फेस-2 योजना के अंतरगत शहर में 22 उच्चस्तरीय पानी की टंकियों का निर्माण, 54 एमएलडी. क्षमता का रांझी में अत्याधुनिक जलशोधन संयंत्र का निर्माण, ललपुर स्थित नर्मदा नदी में एक इंटेकवेल का निर्माण के साथ-साथ 475 किमी में जल वितरण व्यवस्था को व्यापक सुदृढ करने पाइप लाइन बिछाई जाएगी। संस्कारधानी के नागरिकों के लिए यह एक बड़ी सौगात होगी।
एमआइसी की बैठक में लीज नवीनीकरण, महापुरुषों की मूर्तियों की स्थापना के साथ-साथ मुख्यमंत्री नगरीय अद्योसंरचना निर्माण योजना, के साथ-साथ शहर विकास के अन्य विषयों पर भी महात्वपूर्ण निर्णय लेकर स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में मेयर इन काउंसिल सभी सदस्य व विभागीय प्रमुख एवं सचिव केसी. पांडेय आदि उपस्थित रहे।
