मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह से जुड़ी प्रदेश के 6 जिलों की 1000 से अधिक महिलाओं को शुक्रवार (Friday) को नई दिल्ली (New Delhi) में राष्ट्रपति भवन के ऐतिहासिक अमृत उद्यान को देखने का अवसर मिला. इनमें अधिकांश अनुसूचित जनजातीय वर्ग की महिलाएं शामिल थी. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उद्यान में समूह सदस्यों का अभिवादन किया.
राष्ट्रपति भवन के अमृत उद्यान को आम जनता के साथ अन्य वर्गों को दिखाये जाने की पहल की गई है. पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला स्व-सहायता समूह की सदस्यों को यह अवसर दिया गया है. मिशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एलएम बेलवाल ने बताया कि शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, दतिया, गुना, एवं ग्वालियर (Gwalior) जिले से एक हजार से अधिक समूह सदस्य महिलाओं को अमृत उद्यान देखने के लिये नई दिल्ली (New Delhi) भेजा गया.
ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले निर्धन श्रेणी के परिवारों का सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण कर उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोडने के लिये स्व-सहायता समूहों के माध्यम से संगठित करने का काम राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किया जा रहा है. मिशन द्वारा प्रदेश में अब तक लगभग 4 लाख 35 हजार समूहों का गठन कर 51 लाख 47 हजार परिवारों को समूहों से जोड़ा जा चुका है. इन परिवारों को आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने के लिये मिशन द्वारा वित्तीय सहयोग, प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है.
भ्रमण दल में शामिल शिवपुरी (Shivpuri)जिले की सुनीता, माना एवं गायत्री का कहना है कि अगर वे स्व-सहायता समूह की सदस्य न होती तो उन्हें यह मौका शायद इस जीवन में नहीं मिलता. ग्वालियर (Gwalior) जिले के ग्राम पुरा बनवार विकास खएड भितरवार की भीमा आजीविका स्व-सहायता समूह सदस्य गुड्डी मंडेलिया का कहना है कि समूह से जुड़कर उनकी आजीविका में सुधार होने के साथ अनेकों ऐसे अवसर मिल रहे हैं जो उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं. समूह हमारे लिये केवल एक संस्था नहीं बल्कि विकास की सीढ़ी हैं.