भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। बाबूलाल गौर की जीवन यात्रा सिद्ध करती है कि व्यक्ति यदि संकल्प कर ले तो वह बड़ा कार्य कर सकता है। गौर का जीवन राजनीति के लिए समर्पित रहा। उन्होंने श्रमिकों के हितों के लिए संघर्ष से अपना सार्वजनिक जीवन आरंभ किया।
वे दृढ़ निश्चय के धनी थे। कुल 10 बार विधायक के लिए चुना जाना उनके जनता से जुड़ाव का प्रमाण है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भेल स्थित बाबूलाल गौर शासकीय पीजी कालेज परिसर में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा के अनावरण के बाद कही।
सीएम ने बाबूलाल गौर को किया याद
उन्होंने बाबूलाल गौर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत ही उनके चुनाव से हुई थी। आपातकाल के समय जब वे जेल गए तो मैं भी उनके पीछे-पीछे चला गया। उनसे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। इस अवसर पर राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन, गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर, महापौर भोपाल मालती राय और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री को विधायक कृष्णा गौर ने श्रीमद्भगवत गीता की प्रति, कामधेनु गोमाता की मूर्ति और तुलसी का पौधा भेंट किया।
बाबूलाल गौर की देन है वीआइपी रोड
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबूलाल गौर ने कई विभागों का दायित्व संभाला। वे नगरीय प्रशासन, आवास एवं पर्यावरण, विधि, भोपाल गैस त्रासदी, श्रम विभाग, उद्योग, वाणिज्यिक कर और सार्वजनिक उपक्रम जैसे विभागों के मंत्री रहे और प्रत्येक विभाग में उन्होंने अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। भोपाल के बड़े तालाब के किनारे बनी वीआइपी रोड बाबूलाल गौर की ही देन है।