नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने अपना एक और बड़ा वादा निभाते हुए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू कर दिया है। चार पहले यह यह बिल संसद के दोनों सदनों में पारित हुआ है। इसके बाद से देश में सियासी माहौल गर्म है।
तमाम विपक्षी दलों ने इसके खिलाफ प्रतिक्रिया दी है। ताजा खबर यह है कि तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा है कि यदि लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में INDIA गठबंधन की सरकार बनती है तो सीएए कानून को वापस ले लिया जाएगा।
थरूर ने भी इस कानून को असंवैधानिक बताया और कहा कि इसका विरोध जरूरी है। उन्होंने कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाए जाने का सही ठहराया।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) नियम 2024 पर रोक लगाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष याचिका दायर की है। याचिका में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 और नागरिकता संशोधन नियम 2024 के विवादित प्रावधानों पर रोक लगाने की मांग की गई है।
याचिका में कहा गया है कि इन कानूनों के परिणामस्वरूप केवल कुछ धर्मों से संबंधित व्यक्तियों को नागरिकता प्रदान की जाएगी।
