जयश्री गायत्री फूड्स कंपनी के ठिकानों पर EOW का छापा, टीम सर्चिंग में जुटी

ईओडब्ल्यू को शिकायत मिली थी कि कंपनी द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाकर उत्पाद विदेश भेजे जाते हैं। 27 देशों में उत्पाद भेजने की जानकारी मिली थी। फर्जी दस्तावेजों में उत्पाद की गुणवत्ता से जुड़े प्रमाण पत्र भी शामिल हैं। मार्च 2023 में खाद्य सुरक्षा विभाग ने पनीर में पाम आइल की मिलावट के संदेह में छापामार कार्रवाई की। यहां कोलकाता से आया पाम आइल से भरा टैंकर जब्त किया गया था।
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की भोपाल इकाई ने बुधवार सुबह जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट लिमिटेड के सीहोर स्थित कारखाने और इससे जुड़े अन्य चार ठिकानों पर औचक दबिश दी। ईओडब्ल्यू को शिकायत मिली थी कि कंपनी द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाकर उत्पाद विदेश भेजे जाते हैं। 27 देशों में उत्पाद भेजने की जानकारी मिली थी। फर्जी दस्तावेजों में उत्पाद की गुणवत्ता से जुड़े प्रमाण पत्र भी शामिल हैं। कंपनी के मालिक के भोपाल स्थित आवास और कार्यालय में भी ईओडब्ल्यू ने छापेमारी की है। जांच अभी भी जारी है।
ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया कि कारखाने में छापे के दौरान ऐसे रासायनिक पदार्थ भी मिले हैं, जिनका उपयोग नहीं किया जा सकता है। ऐसे में आशंका है कि कहीं इनका उपयोग खाद्य उत्पाद बनाने के लिए तो नहीं किया जा रहा था। यह कंपनी पनीर सहित अधिकतर मिल्क उत्पाद बनाती है।
पहले भी विवादों में रही है कंपनी
यह कंपनी पिछले दो-ढाई वर्ष से विवादों में रही है। जनवरी 2022 में मप्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने मानक पूरा नहीं करने के कारण कारखाने को बंद करने के निर्देश दिए थे। दूषित पानी का निपटान ठीक से नहीं होने और इस पानी के उपचार के लिए परिसर के बाहर प्लांट नहीं बनाने के लिए मंडल ने यह कार्रवाई की थी। इसके बाद मार्च 2022 में पाइप लाइन बिछाने के लिए दो किमी तक सड़क खोदने के कारण सीहोर कलेक्टर ने एफआईआर दर्ज कराई थी। जून 2022 में आयकर विभाग की टीम ने भी छापा मारा था। इसके बाद मार्च 2023 में खाद्य सुरक्षा विभाग ने पनीर में पाम आइल की मिलावट के संदेह में छापामार कार्रवाई की। यहां कोलकाता से आया पाम आइल से भरा टैंकर जब्त किया गया था।

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