Indore News: आखिर वन विभाग क्यों कर रहा फर्जी बिल देने के बावजूद गोंद व्यापारी पर इतनी मेहरबानी

वन विभाग के सतर्कता अधिकारी ने सीसीएफ से मांगी रिपोर्ट -progress of india news from bhopal
वन विभाग
mp वन विभाग

Indore News: इंदौर के वन विभाग के सतर्कता अधिकारी ने सीसीएफ से मांगी रिपोर्ट। विभाग के अधिकारियों ने गंभीरता नहीं दिखाई है। सालभर बीतने के बावजूद इंदौर रेंज ने व्यापारी की गिरफ्तारी नहीं की। यहां तक रिश्वत मामले में एसडीओ के समक्ष बयान देने आया।

Indore News: इंदौर, । वनकर्मियों पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाने वाले गोंद व्यापारी पर फर्जी बिल प्रस्तुत करने का आरोप है। सालभर पहले वन विभाग ने व्यापारी को आरोपित बनाकर फरार घोषित किया है। मगर अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। मामले में विभाग के सतर्कता विभाग के एपीसीसीएफ ने पत्र भेजा है और पूछा कि आरोपित पर अधिकारी इतनी मेहरबानी क्यों किए हुए है। इंदौर वृत के सीसीएफ से रिपोर्ट मांगी है। पर विभाग के अधिकारियों ने गंभीरता नहीं दिखाई है।

दरअसल एक अक्टूबर को गोंद व्यापारी राकेश उर्फ राहुल गुप्ता ने डिप्टी रेंजर श्याम गोहे, महेश सोनगरा और सुनील जाट पर 20 हजार रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। शिकायत पर डीएफओ नरेंद्र पंडवा ने जांच के निर्देश एसडीओ केके निनामा को दिए। प्रकरण में डिप्टी रेंजर को गोहे को कार्यक्षेत्र के बाहर जाकर कार्रवाई करने का दोषी पाया। जबकि गोहे ने जांच अधिकारियों को दो साल पुराने एक प्रकरण से जुड़े दस्तावेज दिए है, जिसमें साल 2020 में अवैध गोंद परिवहन का मामला है, जिसमें फर्जी बिल प्रस्तुत करने को लेकर व्यापारी को गुप्ता को आरोपित बनाया और फरार घोषित किया।

सालभर बीतने के बावजूद इंदौर रेंज ने व्यापारी की गिरफ्तारी नहीं की। यहां तक रिश्वत मामले में एसडीओ के समक्ष बयान देने आया। फिर भी गिरफ्तार करने की बजाए अधिकारी व्यापारी पर मेहरबानी करने में लगे है। मामले में अधिवक्ता अभिजीत पांडे ने एपीसीसीएफ हरीश गुप्ता (सतर्कता विभाग) को शिकायत कर रखी है। सीसीएफ नरेंद्र सनोडिया को पत्र भेजकर रिपोर्ट मांगी है।सूत्रों के मुताबिक इंदौर वनमंडल पूरे प्रकरण को दबाने में लगी है। एपीसीसीएफ गुप्ता का कहना है कि प्रकरण में पूरी जांच कर अधिकारियों की भूमिका बताना है। यहां तक गिरफ्तार नहीं करने की वजह भी रिपोर्ट में दर्शना है।

Leave a Comment