भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। लोकायुक्त पुलिस भोपाल ने मंगलवार को दो जिलों में एक साथ कार्रवाई की। लोकायुक्त के निशाने पर इस बार स्वास्थ्य विभाग का एक कर्मचारी रहा। लोकायुक्त ने राजगढ़ अस्पताल में स्टोर कीपर रह चुके अशफाक अली नामक शख्स के ठिकानों पर छापा मारा।
इस दौरान पुलिस की अभी तक कार्रवाई में दस करोड़ रुपये की संपत्ति मिलने का दावा किया जा रहा है।
एसपी लोकायुक्त मनु व्यास ने बताया कि विदिशा के लटेरी निवासी अशफाक अली जो जिला चिकित्सालय राजगढ़ में पूर्व में स्टोर कीपर के रूप पर पदस्थ रहा है, उसके विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत मिली थी। आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। अभी तक की जांच में अशफाक अली, उसके पुत्र जीशान अली, शारिक अली, पुत्री हिना कौसर और पत्नी रशीदा बी के नाम पर 16 अचल संपत्तियों के क्रय संबंधी अभिलेख प्राप्त हो चुके हैं। इनकी कीमत लगभग सवा करोड़ रुपए हैं। अन्य 50 से भी ज्यादा अचल संपत्तियों के संबंध में लटेरी विदिशा और भोपाल में जानकारी एकत्र की जा रही है।
लटेरी व भोपाल में एक साथ मारे छापे
लोकायुक्त भोपाल की दो टीमों द्वारा मंगलवार को अशफाक अली के ग्रीन वैली कालोनी भोपाल स्थित मकान तथा लटेरी स्थित मकान पर छापामार कार्रवाई की जा रही है। अभी तक की कार्रवाई पर लटेरी में चार भवन, एक 14000 वर्ग फीट पर निर्माणाधीन शापिंग कंपलेक्स तथा लगभग 1 एकड़ जमीन पर करीब 25 सौ वर्ग फीट का आलीशान मकान बनाए जाने की जानकारी मिली है।
बड़ी मात्रा में नकदी भी मिली
आरोपित द्वारा लटेरी में मुश्ताक मंजिल नाम से एक तीन मंजिला भवन भी बनवाया गया है। इसमें निजी स्कूल किराए पर संचालित किया जा रहा है। भोपाल स्थित मकान में सर्च के दौरान काफी मात्रा में नकदी प्राप्त हुई है, जिसकी गिनती अभी की जा रही है। सोने-चांदी के जेवरात, कीमती घड़ियां और घरेलू उपयोग के कीमती सामान मिले हैं, जिनकी सूची तैयार की जा रही है।
अभी तक की जांच और सर्च कार्रवाई के दौरान आरोपी अशफाक अली और उनके परिजनों के नाम पर लगभग 10 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति उजागर होने की संभावना है।