Bhopal News/प्रमोद शर्मा: मंत्री स्थापना में आकस्मिकता निधि से वेतन पाने कर्मचारियों को परमानेंट करने के लिए शिवराज सरकार के लगभग 16 मंत्रियों की मेहनत पर सामान्य प्रशासन विभाग ने पानी फेर दिया.
शिवराज सरकार के 16 मंत्रियों ने उनकी निजी स्थापना में काम कर रहे कर्मचारियों को परीक्षा लेकर परमानेंट करने के लिए नोटशीट लिखी थी. लेकिन फिर भी अफसरों मे कर्मचारियों को परमानेंट नहीं किया है.
इन मंत्रियों ने परमानेंट करने का किया आग्रह
तुलसी सिलावट,गोपाल भार्गव जैसे दिग्गज मंत्रियों ने GAD के अफसरों से स्थापना में काम कर रहे कर्मचारियों को परमानेंट करने का आग्रह किया था बावजूद इसके GAD ने कर्मचारियों को परमानेंट के मामले में सिर्फ कलेक्ट्रेट दर पर काम कर रहे तीन कर्मचारियों को परमानेंट करने का प्रस्ताव सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार को भेजा. 250 पद खाली इसी में करना है नियमित
250 पद खाली है
दरअसल, मंत्रालय में चतुर्थ श्रेणी के 250 पद खाली है. इन पर मंत्री स्थापना और मंत्रालय स्थापना में आकस्मिकता निधि से वेतन पा रहे कर्मचारियों की सीमित परीक्षा लेकर नियमित किया जाना है. मंत्रियों के हिसाब से यह भर्तियां इसलिए भी जरूरी है कि उनका कार्यकाल खत्म होने में 3 महीने का समय बचा है. कार्यकाल खत्म होते ही उनके यहां काम कर रहे कर्मचारियों की सेवा भी परमानेंट ना होने पर स्वतः ही समाप्त हो जाएंगी. मंत्रियों के बार बार नोटशीट लिखने के बाद भी कर्मचारियों को नियमित न करने से मंत्रियों ने नाराजगी जताई है.
शिक्षक भर्ती परीक्षा पास अभ्यर्थियों ने कराया मुंडन
दूसरी तरफ राजधानी भोपाल में प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा पास अभ्यर्थियों का दो माह से प्रदर्शन जारी है. अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदेश भर से राजधानी भोपाल में डेरा डालें युवाओं ने शिवराज सरकार पर युवाओं का भविष्य बर्बाद करने का आरोप लगाया. जॉइनिंग न मिलते देख युवाओ ने मुंडन कराया. बोले परिवार में स्वर्गवास पर मुंडन कराते है पर अब भविष्य मर रहा है तो मुंडन करना पड़ा है.