नियमितीकरण और गिरफ्तार साथियों की मांग को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मी मंगलवार को जेल भरो आंदोलन करेंगे। रविवार को काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करने के बाद गिरफ्तार साथियों की रिहाई नहीं होने पर अब स्वास्थ्य कर्मियों ने सभी जिलों में जेल भरो आंदोलन करने का निर्णय लिया है। इसमें 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी गिरफ्तारी देंगे।
मध्य प्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपने 8 सार्थियों की गिरफ्तारी पर नाराज है। रविवार को भोपाल के जय प्रकाश जिला अस्पताल में स्वास्थ कर्मियों ने सिर पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही सरकार से कहा कि हम आतंकवादी नहीं, स्वास्थ्य सेना हैं। नियमितीकरण और गिरफ्तार साथियों की रिहाई की मांग कर रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने मंगलवार को प्रदेश भर में जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया है। इसमें प्रदेश के 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी गिरफ्तारी देंगे।
प्रदेश में नियमितीकरण समेत अपनी मांगों को लेकर 15 दिसंबर से स्वास्थ्य कर्मी प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार को पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे 10 कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इसमें दो को जमानत देकर 8 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। स्वास्थ्य कर्मियों को पुलिस अस्पताल से रस्सी से बांधकर हबीबगंज पुलिस स्टेशन लेकर गई। दरअसल शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम जेपी में निरीक्षण करने आए थे। यहां पर स्वास्थ्य कर्मियों ने उनको घेर लिया। उनको दूसरी कार से बैठ कर जाना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर प्रदर्शनकारी स्वास्थ्य कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया।
प्रदेश के अलग-अलग जिले में संविदा स्वास्थ्य कर्मी प्रदर्शन कर रहे हैं। भोपाल में स्वास्थ्य कर्मी अंकिता वरवड़े ने कहा कि हम शांतिपूर्वक अपना धरना प्रदर्शन कर रहे थे। सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मी स्वास्थ्य मंत्री के स्वागत के लिए खड़े थे। उनका स्वागत किया गया और उनके सामने अपनी बात भी रखी गई। कुछ देर बाद मंत्री दूसरी गाड़ी में बैठ कर चले गए। लेकिन इसके बाद पुलिस प्रशासन ने हमारे कुछ साथियों को गिरफ्तार कर लिया। हमारे प्रदर्शन स्थल पर गिली मिट्टी दाल दी गई। प्रशासन ने हमारे साथ अन्याय किया। यह हमारी आवाज को दबाने की कोशिश की गई। हम अपनी सरकार से अपनी जायज मांगों को मांग रहे हैं। हम आतंकवादी नहीं है। हम देश की स्वास्थ्य आर्मी है। आज भी कोरोना का संक्रमण बढ़ा तो हम अपनी सेवाएं बढ़ चढ़कर देंगे।
वहीं, संविदा स्वास्थ्य कर्मी राकेश मिश्रा ने कहा कि हमारी नियमितीकरण और गिरफ्तार साथियों की रिहाई की मांग है। सरकार ने रविवार को हमारे साथियों को नहीं छोड़ा। अब 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मी मंगलवार को जेल भरो आंदोलन करेंगे। प्रदेश के सभी जिलों में स्वास्थ्य कर्मी अपनी गिरफ्तारियां देंगे।
वहीं, स्वास्थ्य कर्मियों को रस्सी से बांधकर ले जाने पर मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रात भूरिया ने कहा कि अब गोड़सेवादियों के राज में गांधी का देश नहीं बचा। शर्म की बात हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री में इतना संयम भी नहीं बचा कि अपनी परेशानी सुना रहे स्वास्थ्य कर्मियों की पीड़ा को सुन सकें। मैं संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ खड़ा हूं।