
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) ने महाकौशल क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ बातचीत की. इसमें प्रत्येक घर तक पहुंचने पर ध्यान केंद्रित किया गया. देश में और 2025 तक संघ के आधार को दोगुना करने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि, संघ भी अपने स्वदेशी सामान अभियान को मजबूत करने की इच्छा रखता है ताकि घरों में प्रवेश करके विदेशी वस्तुओं के उपयोग को हतोत्साहित किया जा सके.
एक साथ बैठने का आग्रह: मोहन भागवत ने परिवारों से अपने बंधन को मजबूत करने के लिए सप्ताह में कम से कम एक बार भोजन के लिए मेज पर एक साथ बैठने का आग्रह किया. उन्होंने दर्शकों से पुराने भारतीय संयुक्त परिवार के मूल्यों को आगे बढ़ाने और पश्चिमी परिवार प्रणाली को त्यागने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि वे अपने इलाके में सफाई कर्मचारियों या समाज के निचले तबके के किसी अन्य परिवार को अपने स्थान पर आमंत्रित करें और सप्ताह में एक बार उनके साथ भोजन करें. जाति व्यवस्था को दूर करने की दिशा में स्वयंसेवकों से अच्छाई और काम करके रोल मॉडल बनने को कहा.
आरएसएस का लक्ष्य: संघ के परिवारों के साथ बैठक ऐसे समय में हुई है जब आरएसएस का लक्ष्य अपने स्वदेशी सामान अभियान को मजबूत करने के साथ-साथ 2025 तक अपने आधार को दोगुना करने के लिए देश के प्रत्येक घर तक पहुंचना है, जो कि संघ का शताब्दी वर्ष होगा. एक अनुमान के अनुसार, रक्षा, शिक्षा, श्रमिक संघों और आदिवासी क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में संगठन के विभिन्न शाखाओं में आरएसएस के लगभग 3,000 प्रचारक ( पूर्णकालिक कार्यकर्ता) हैं.
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