बिलासपुर। गर्मी बढ़ गई है। इस सीजन में आग लगने की घटनाएं अधिक होती है। इस पर अंकुश लगाई जा सके, इसलिए सात दिन का अग्नि सुरक्षा सप्ताह चलाया जा रहा है। इसके तहत ही रेलवे के फ्रंट स्टाफ को अग्निशमन यंत्र चलाने की विधि सिखाई जाएगी। फ्रंट लाइन स्टाफ को इसलिए क्योंकि यदि कही घटना होती है, तो सबसे पहले रेलवे का यही अमला पहुंच सकता है। यदि वह आग बुझाने की विधि में परिपक्व रहेंगे तो बड़ा हादसा रोका जा सकता है।
यह सप्ताह रेलवे बोर्ड के दिशा- निर्देश पर चलाया जा रहा है। गुरुवार को इस विशेष सप्ताह का दूसरा दिन था। सात मई तक होने वाले से विशेष कार्यक्रम के तहत अलग- अलग कार्यक्रम करने की रूपरेखा तैयार की गई है। रेलवे में यात्री सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। अग्नि सुरक्षा जागरूकता सप्ताह सुरक्षित यात्रा वातावरण बनाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। इसका मुख्य उद्देश्य यात्रियों को ट्रेनों में यात्रा के दौरान अग्नि सुरक्षा के महत्व से अवगत कराना तथा जागरूकता अभियान चलाकर आग लगने की घटनाओं की जोखिम को कम करना है। इसी कड़ी में बिलासपुर मंडल प्रमुख रेलवे स्टेशन व सभी ट्रेनों में विभागीय स्तर पर आग की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। ट्रेनों के पैंट्रीकारों व कोचों में अग्नि सुरक्षा की जांच की जा रही है।
यात्रियों को ट्रेनों में यात्रा करते समय अग्नि सुरक्षा के महत्व के बारे में भी बताया जा रहा है। इसके साथ ही यात्रा के दौरान ज्वलनशील सामानों के साथ यात्रा नहीं करने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उद्घोषणा प्रणाली के माध्यम से भी प्रतिबंधित सामानों को ट्रेन में न लेकर जाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। आपातकालीन स्थिति में आग की रोकथाम के लिए स्टेशनों और गाड़ियों के कोचों में अग्निशमन यंत्र भी उपलब्ध कराए गए हैं। इसके साथ ही ट्रेन व विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत रेलकर्मियों को अग्निशमन यंत्र का प्रयोग करने में दक्ष करने के लिए प्रशिक्षण अभियान चलाया जा रहा है। जिससे वह अग्निशमन यंत्र की मदद से घटना होने से बचा सके। इसी कड़ी में मंडल संरक्षा विभाग के नागरिक सुरक्षा निरीक्षक ने बहुविभागीय क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान में अग्नि सुरक्षा पर विशेष प्रशिक्षण अभियान चलाया गया।
प्रशिक्षण के दौरान नागरिक सुरक्षा निरीक्षक ने क्लास लेकर सुरक्षा मानकों और अग्निशमन यंत्र का प्रयोग करने की जानकारी दी। उन्हें यह भी बताया गया कि यदि आप आग को नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं , तब पास के अग्निशमन केंद्रों को संपर्क करें। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 112 को मुंह जुबानी याद रखने की सलाह भी दी गई।
