अस्पताल में डॉक्टरों के लापरवाह रवैये के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि विजयपुर अस्पताल में सुरक्षा गार्ड द्वारा मरीजों का इलाज और ड्रेसिंग करना गंभीर मामला है। जांच के बाद ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
विजयपुर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं भगवान भरोसे हैं। अस्पताल में कंपाउंडर की जगह सुरक्षा गार्ड की मरीजों को ड्रिप चढ़ा रहे हैं और ड्रेसिंग कर रहे हैं। ओपीडी में एक भी डाॅक्टर नहीं बैठने से मरीज इलाज कराने के लिए परेशान होते रहे। खास बात ये है कि एक दिन पहले ही सीएमएचओ जेएस राजपूत ने विजयपुर अस्पताल पहुंचकर निरीक्षण किया गया था, फिर भी कोई सुधार नहीं हुआ।
बता दें कि, विजयपुर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं। अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में डाॅक्टरों नहीं बैठने के कारण मरीजों को सबलग़ढ़, मुरैना या फिर श्योपुर इलाज कराने जाना पड़ रहा है, जबकि इस समय अस्पताल में वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में अधिक बढ़ रही है।
विजयपुर अस्पताल को नगर सहित आस-पास के मरीजों के लिए संजीवनी कहा जाता है। विजयपुर क्षेत्र से अन्य शहरों की दूरी 100 से 110 किलोमीटर है। इस अस्पताल की हालत यह हो गई है कि, 10 बजे तक ओपीडी में कोई डाॅक्टर नहीं बैठते। पर्चा बनवाने के लिए मरीजों की लंबी-लंबी कतार लग जाती है।
