तेज बारिश से भोपाल का केरवा डैम छलक उठा है। इसमें 8 गेट है, जो ऑटोमैटिक है। हालांकि, यह 2 फीट खाली है लेकिन गेट के ऊपर से पानी बहने लगा है। जैसे ही तेज बारिश होगी, गेट खुल जांएगे। भदभदा, कोलार और कलियासोत डैम के गेट पहले ही खुल सकते हैं। अब सिर्फ केरवा के गेट खुलने का इंतजार है।
केरवा डैम में पानी का फुल टैंक लेवल 1673 फीट है। इसमें अब तक 1670.83 फीट जमा है। डैम के कैचमेंट एरिया में दो दिन से बारिश नहीं हुई है। इस कारण यह पहले नहीं भर पाया है, जबकि पिछले साल भदभदा डैम से पहले भर गया था। मौसम विभाग ने अगले एक सप्ताह तक भोपाल और सीहोर में तेज बारिश होने का अलर्ट जारी नहीं किया है। ऐसे में केरवा डैम के गेट खुलने की संभावना कम ही है।
भोपाल में 32 इंच से ज्यादा बारिश हुई
भोपाल की सामान्य बारिश 37.6 इंच है। इसके मुकाबले अब तक 32.65 इंच पानी गिर चुका है। यानी, सीजन की 87 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। यह पिछले साल से ज्यादा है। पिछले साल पूरे सीजन में 30.9 इंच पानी ही गिरा था।
अगस्त के 5 दिन बारिश, इस महीने 14 दिन गिरता है पानी
अगस्त के महीने में भोपाल में एवरेज 14 दिन बारिश होने का ट्रेंड है। इस महीने 13 इंच पानी बरसता है। इस बार शुरुआती 4 दिन तक तेज बारिश हुई है, जबकि पांचवें दिन हल्की बारिश हुई। अगस्त के कोटे की अब तक आधी बारिश हो चुकी है।
इस बार 106% बारिश का अनुमान
भोपाल में इस साल सामान्य से 106% बारिश होने का अनुमान है। हालांकि, डेढ़ महीने में जितनी बारिश हुई है, उससे लगता है कि अबकी बार 50 प्रतिशत तक बारिश ज्यादा हो सकती है। आंकड़ा 45 इंच तक पहुंच सकता है। पिछली बार 18% कम यानी, 82% (30.9 इंच) बारिश हुई थी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अबकी बार भोपाल में 23 जून को मानसून एंटर हुआ था। तभी से तेज बारिश हो रही है।