इंदौर। लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेसी नेताओं के बीच गहमागहमी का माहौल बना हुआ है | इसी कड़ी में इंदौर के चुनावी मैदान से बेदखल होने के बाद कांग्रेस जनता के बीच जाने और बड़े आंदोलन के दावे कर रही है। वहीं मंगलवार शाम जीतू पटवारी, सज्जनसिंह वर्मा जैसे बड़े नेताओं ने कहा था कि बुधवार को कांग्रेस आंदोलन की शृंखला की रूपरेखा घोषित करेगी। हालांकि कांग्रेस का आंदोलन तो नहीं हुआ। मुट्ठीभर नेताओं ने गांधी भवन के दरवाजे पर बैठकर तस्वीरें खिंचवा ली और उसे विरोध आंदोलन का नाम दे दिया।
बुधवार सुबह कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने इंटरनेट मीडिया पर संदेश चला दिया कि लोकतंत्र की हत्या के विरोध में कांग्रेस राजवाड़ा पर शोकसभा करेगी। हालांकि शहर कांग्रेस कमेटी ने ऐसे किसी आंदोलन की घोषणा से इनकार कर दिया।
शाम को कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्रसिंह यादव व सात-आठ कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन के दरवाजे पर बैठकर तस्वीरें खिंचवाई। कांग्रेस से बगावत करने वाले उम्मीदवार अक्षय बम का पोस्टर पकड़ा और शोकसभा का नाम देकर इंटरनेट मीडिया पर तस्वीरें जारी कर दी। बाद में सफाई में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रशासन ने राजवाड़ा पर आंदोलन की अनुमति नहीं दी इसलिए गांधी भवन पर आयोजन हुआ।
