कोंडागांव से बस्‍तर सहित तीन लोकसभा सीटों को साधेंगे अमित शाह, बताएंगे जीत का मंत्र

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को बस्तर लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत कोंडागांव में पार्टी की कलस्टर स्तरीय बैठक लेकर चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। इस कलस्टर में बस्तर के साथ महासमुंद और कांकेर लोकसभा सीट शामिल हैं। इनमें वर्तमान में बस्तर कांग्रेस और महासमुंद व कांकेर में भाजपा के सांसद हैं। प्रदेश में भाजपा द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारी के लिए बस्तर को चुना गया है।
बस्तर और कोरबा प्रदेश की दो सीटें कांग्रेस और शेष नौ सीटें भाजपा के पास है। 2019 के चुनाव में बस्तर सीट से भाजपा 38 हजार से अधिक मतों के अंतर से पराजित हुई थी। अमित शाह हेलीकाप्टर से सीधे कोंडागांव पहुंचेंगे और वहां बैठक लेकर जांजगीर के लिए रवाना हो जाएंगे।
बैठक में तीनों लोकसभा क्षेत्रों से लगभग दो सौ पार्टी पदाधिकारियों को बुलाया गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव बस्तर में ही हैं। पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व कोंडागांव विधायक लता उसेंडी तथा मंत्री केदार कश्यप पार्टी प्रदेश संगठन के साथ मिलकर अमित शाह की बैठक की तैयारी देख रहे हैं।
बस्तर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आठ विधानसभा क्षेत्र, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, जगदलपुर, चित्रकोट, कोंटा, दंतेवाड़ा और बीजापुर शामिल हैं। इनमें बस्तर, कोंटा और बीजापुर तीन सीट कांग्रेस और शेष पांच सीटों पर भाजपा के विधायक हैं।
लोकसभा चुनाव के लिए अगले माह मार्च के प्रथम पखवाड़े में निर्वाचन आयोग द्वारा घोषणा संभावित है। अप्रैल में प्रथम चरण के चुनाव में बस्तर सीट के लिए भी मतदान कराया जा सकता है जैसा कि पिछले लोकसभा चुनाव में किया गया था। अमित शाह द्वारा ली जाने वाली बैठक को लेकर पार्टी पदाधिकारियों में काफी उत्साह है।
नईदुनिया से चर्चा में पार्टी के एक वरिष्ठ स्थानीय नेता का कहना था कि अमित शाह की चुनावी रणनीति अलग होती है। वे बैठक में बताएंगे किस रणनीति पर चलकर बस्तर सीट पर जीत दर्ज की जा सकती है। पार्टी सूत्रों के बस्तर सीट के लिए भाजपा चुनाव की घोषणा से पहले प्रत्याशी घोषित कर सकती है।
हाल ही में पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के लिए दो माह पहले भाजपा ने 21 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी थी। जिनमें दो सीट बस्तर और कांकेर भी शामिल थे। कांकेर में भाजपा को जीत मिली वहीं बस्तर में भाजपा कांग्रेस को कड़ी टक्कर देकर हारी थी। बस्तर सीट के लिए 20 लोगों ने टिकट की दावेदारी की है। भाजपा के स्थानीय नेताओं का भी कहना है कि पहले प्रत्याशी घोषित करने का लाभ मिलेगा।

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