कोरबा । साऊथ ईस्टर्न कोलफिल़्ड्स लिमिटेड की दीपका खदान में कोयला चोरी के दौरान खदान में मिट्टी धसकने के दौरान पांच लोग थे। दो बचे गए थे, उसमें एक को गंभीर को चोटें आई थी, अस्तपाल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इधर खदान में तीन लोग दबे हुए थे। इन तीनों को निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन चलाया जा रहा था, शु्क्रवार को सुबह दो की लाश मिट्टी दबी हुई मिली, जबकि एक जिंदा निकला। उसे उपचार के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है। इस घटना में तीन की मौत हो चुकी है और दो सुरक्षित है। वहीं नाराज ग्रामीणों ने पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए हरदीबाजार थाना का घेराव कर दिया। मृतक में शत्रुहन कश्यप, संदीप पोर्ते, लक्ष्मण मरकाम शामिल है। जबकि लक्ष्मण ओढ़े सकुशल मिला, उसके पैर पर चोंट लगी है।
एसईसीएल की दीपका खदान के केंवटा डबरी और सुआभोड़ी के बंद पड़े क्षेत्र से नजदीक के ही गांव डिंडोलभाठा में रहने वाले पांच किशोर अमित, लक्ष्मण मरकाम, शत्रुघन कश्यप, संदीप पोर्ते और लक्ष्मण ओढ़े गुरुवार को कोयला चोरी करने घुसे थे। खदान से निकाले गए ओवहरबर्डन (ओबी) में दबे कोयला को छांट कर एकत्रित कर रहे थे। इसके लिए मिट्टी हटा रहे थे। इसी दौरान गहरा सुरंग बन गया और ऊपर की मिट्टी धंसक गई। बताया जा रहा है कि अवैध उत्खनन में लगे पांचों किशोरों में शत्रुघन कश्यप, संदीप पोर्ते और लक्ष्मण ओढ़े मिट्टी के मलबे में दब गए। वहीं पीछे खड़े अमित व लक्ष्मण मरकाम पर कम मलबा गिरा और दोनों किसी तरह बच कर निकल गए। घायल लक्ष्मण को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। रात में ही ग्रामीण खदान में घुस कर हंगामा करने लगे। देर रात खदान पहुंचे कलेक्टर अजीत बसंत व एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने किसी तरह स्थिति संभाली और रात में लाइट की व्यवस्था कर रेस्क्यू आपरेशन चलाया। बताया जा रहा है कि मिट्टी हटाए जाने के बाद दो का शव बरामद हुआ, जबकि एक युवक सुरक्षित मिला। उसके पैर में चोट लगी। तत्काल उसे उपचार के लिए हरदीबाजार अस्पताल ले जा गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इधर घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। शुक्रवार को सुबह ग्रामीण एकजूट हो गए और पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए हरदीबाजार थाना तथा आजाद चौक में जाकर घेराव कर दिए।
