मैनिट के विद्यार्थियों ने संस्थान की नीतियों को लेकर प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और सड़क पर उतर आए। छात्रों की मांग है कि विद्यार्थी परिषद के चुनाव पहले की तरह कराए जाएं। छात्रावास में पसरी अव्यवस्थाओं को दूर किया जाए। खेल संकुल, पुस्तकालय, जिम आदि का समय बढ़ाया जाएगा। चिकित्सा सुविधाएं 24 घंटे उपलब्ध हों।
मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (मैनिट) में सोमवार को करीब दो हजार विद्यार्थी संस्थान के मुख्य गेट पर धरना-प्रदर्शन पर बैठे हैं। कालेज की नई पॉलिसी का विरोध करते हुए विद्यार्थियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। विद्यार्थियों का कहना है कि संस्थान ने कई ऐसी नीतियां बनाई हैं, जो उन्हें पसंद नही है। इसमें बीटेक सेकंड, थर्ड, फोर्थ ईयर के साथ-साथ एमटेक के विद्यार्थियों की पूरी भीड़ एक साथ संस्थान की नीतियों के विरोध में उतर आई है।
ये हैं विद्यार्थियों की मांगें
-विद्यार्थी परिषद के चुनाव जैसे होते थे, वैसे ही होना चाहिए। इससे किसी विद्यार्थी के साथ पक्षपात नहीं होगा, क्योंकि विद्यार्थी परिषद छात्रों की होनी चाहिए, प्रशासन की नहीं होनी चाहिए।
-छात्रावास शुल्क विद्यार्थियों के पास में रहनी चाहिए और छात्रावास के मेस शुल्क को कम करना चाहिए।
-छात्रावास मेंटेनेंस चार्ज 10,500 लेने के बावज़ूद छात्रावास के कमरों की हालत खराब है। खराब बुनियादी ढांचा है और वाटरकूलर का पानी दूषित हो गया है। भोजन भी गुणवत्तापूर्ण नहीं मिल रहा है। यहां साफ-सफाई बिल्कुल नहीं है।
-खेल संकुल, पुस्तकालय, जिम, चिकित्सा सुविधाएं सब कुछ बहुत खराब है। सभी का समय सबका बढ़ना चाहिए।
– इसमें लायब्रेरी रविवार व शनिवार को भी खुलनी चाहिए। जिमखाना सुबह 10 बजे तक खुलनी चाहिए। चिकित्सा सुविधाएं 24 घंटे उपलब्ध होना चाहिए।
– ग्रीन कैंपस के लिए चार ईवी बस और कुछ साइकिल बांटने से विद्यार्थियों की जरूरत पूरी नहीं हो सकती। इसलिए हाइब्रिड सिस्टम से ही आगे काम करें, ताकि छात्रों की जरूरतें पूरी हो सकें।
– अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए उपस्थिति मानदंड में रियायत दी जाए। साथ प्लेसमेंट और इंटरव्यू का समय और सीएलजी का समय अलग-अलग होना चाहिए।
– कालेज फेस्ट में आर्टिस्ट नाइट बैन नहीं करवाएं। कालेज फेस्ट विद्यार्थियों के लिए होता है। जैसे अभी तक होता आया है, वैसे ही उत्सव का आयोजन करवाएं।
