कोलकाता। लोकसभा चुनाव से पहले बयानबाजी तेज है। इस बीच नेता भगवान राम और राम मंदिर को भी चुनावी मुद्दा बनाने से नहीं चूक रहे हैं। डीएमके नेता ए. राजा ने जहां आपत्तिजनक बयान दिया, वहीं कभी भाजपा में रहे टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी दावा किया कि भाजपा के राम मंदिर मुद्दे की हवा निकल गई है। उधर, मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रहे राहुल गांधी ने कहा, ‘मोदी जी चाहते हैं, देश के युवा दिनभर मोबाइल चलाएं, जयश्री राम बोले और भूखे मर जाएं।’
ए राजा ने 3 मार्च को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के जन्मदिन के अवसर पर कोयम्बटूर में आयोजित सभा में बोल रहे थे। इसका वीडियो अब वायरल हो रहा है।
राजा ने कहा, भारत देश नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है। यहां कई परंपराएं और संस्कृति हैं। तमिलनाडु में एक भाषा-एक संस्कृति हैं। यह एक देश है। मलयालम एक भाषा है, एक राष्ट्र है और एक देश है। इसी तरह ओडिशा, केरल, दिल्ली हैं। ये सारे देश मिलकर भारत को बनाते हैं। इसलिए भारत एक देश नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है।”
ए राजा ने भगवान राम पर कहा, ये आपके ईश्वर हैं। हम उस ईश्वर और भारत माता को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। कह दो इनको, हम सब राम के शत्रु हैं। मुझे रामायण और भगवान राम पर विश्वास नहीं है।
इस दौरान ए राजा ने भगवान हनुमान की तुलना बंदर से करते हुए ‘जय श्री राम’ के नारे को घृणास्पद बताया।
ए. राजा का बयान सामने आने के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है। जगद्गुरु रामानुजाचार्य ने कहा, ए राजा को यह भी सोचना चाहिए कि पूरी दुनिया ‘राम मय’ है। विवादास्पद बयान देने की होड़-सी लग गई है। वैसे भी दक्षिण भारत में रावण की परंपरा है। रावण अपने सामने भगवान राम को देखता था, लेकिन कहता था कि मैं नहीं मानता उसमें। लेकिन शास्त्र कहते हैं कि रावण ने भी अंतिम सांस लेते समय ‘राम’ कहा था।
