नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल (सीएए) लागू होने के बाद से इस मुद्दे पर सियासत तेज है। ताजा घटनाक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। वहीं भाजपा की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इनके आरोपों का जवाब दिया।
ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल के आरोपों का जवाब देने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये राजनेता सीएए पर भ्रम फैला रहे हैं, क्योंकि इनकी राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है।
उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट किया कि सीएए से किसी नागरिकता नहीं जाएगी। यह नागरिकता देने वाला कानून है। ना ही इससे किसी की नौकरी छिनी जाएगी।
ममता बनर्जी ने इस बात पर सवाल उठाया कि रमजान से एक दिन पहले सीएए क्यों लागू किया गया। भाजपा मुस्लिमों को डराना चाहती है। भाजपा चुनाव से ऐन पहले वोट बैंक के लिए सीएए लेकर आई है।
वहीं अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा मुख्य मुद्दों से भटकाना चाहती है। भाजपा पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से लोगों को लाकर यहां भरना चाहती है, जबकि हमारे यहां ही लोगों के पास नौकरी नहीं है। इन लोगों को कहां रखा जाएगा, कहां नौकरी दी जाएगी। पाकिस्तान के लोग यहां आकर हमारे युवाओं की नौकरी छिनेंगे। इसलिए सीएए लागू नहीं होने दिया जाएगा।
