राजधानी भोपाल को ग्रीन और कूल बनाने की तैयारी शुरु कर दी गई है। लेकिन इसके लिए सभी विभागों को पहली बारिश के बाद पौध रोपण करना पड़ेगा। जिसके तहत शहर में पौधों को लगाया जाएगा। इधर, आम लोगों को भी पौध रोपण से जोड़ने की तैयारी है। वर्तमान में शहर में करीब 5 करोड़ 60 करोड़ पेड़ हैं, जिसके आधार पर शहर की आबादी के हिसाब से 28 पेड़ प्रति व्यक्ति का हिसाब निकाला गया है, जबकि हरा भरा भोपाल बनाने के लिए प्रति व्यक्ति 50 पेड़ होने चाहिए।
इस हिसाब से शहर में 4 करोड़ 40 लाख पौधे लगाने की जरूरत है। शहर को ग्रीन भोपाल कूल भोपाल बनाने के लिए बारिश में बड़े पैमाने पर पौधे लगाए जाएंगे। इसकी शुरुआत 5 जून अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस से करनी थी, लेकिन इस बार गर्मी को देखते हुए पांच जून को पौधे नहीं लगाने का फैसला लिया है। शहर की 6 पहाड़ियां जिसमें श्यामला हिल्स, अरेरा हिल्स, ईदगाह हिल्स, कटारा हिल्स, मनुआभान टेकरी और द्रोणाचल नेवरी हिल्स को हरा-भरा बनाने के लिए अलग-अलग एजेंसियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
शहर में 11 लाख पौधे लगाने का टारगेट रखा गया है। जिसके तहत आम लोग 5 लाख पौधे, भोपाल डेवलपमेंट अथॉरिटी 40 हजार, उद्यानिकी 40 हजार, सीपीए 1 लाख, गोविंदपुरा इंडरर्सट्रियल एसोसिएशन 20 हजार, वन विभाग 2 लाख, नगर निगम 2 लाख और पीडब्ल्यूडी विभाग को 10 हजार पौधे लगाने का टारगेट दिया गया है।ईदगाह हिल्स को नगर निगम स्मार्ट सिटी, अरेरा हिल्स को सीपीए, मनुमावन टेकरी को सीपीए, कटारा हिल्स को सीसीएफ भोपाल वृत्त, दोणांचल नेवरी को बीडीए, श्यामला हिल्स को सीपीए इन पहाड़ी को हरा-भरा करने के लिए बड़े-बड़े पौधे लगाएगा। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि पौध रोपण के लिए सभी विभागों को टॉरमेट दिया गया है