उज्जैन रोड से धार रोड को जोड़ने वाले अहिल्या पथ का निर्माण इंदौर विकास प्राधिकरण सिंहस्थ मेले से पहले करेगा। 15 किलोमीटर लंबे इस मार्ग मेें आईडीए की एपी-1 और एपी-5 स्कीम आ रही है। दोनो स्कीमों में फिलहाल नक्शे पास नहीं होंगे।
इसके अलावा दोनों स्कीमों में यदि छह माह में नगर तथा ग्राम निवेश ने नक्शे मंजूर किए है, लेकिन नगर निगम से यदि विकास अनुमति जारी नहीं हुई है तो वे नक्शे भी निरस्त होंगे। यह फैसला शुक्रवार को आईडीए बोर्ड की बैैठक में लिया गया।
आईडीए स्कीम नंबर 136 मेें एक नया काम्प्लेक्स बनाएगा। इसके निर्माण की मंजूरी दी गई है। इसके अलावा मोरोद गांव में ट्रांसपोर्ट नगर व मंडी के निर्माण की तैयारी भी अाईडीए कर रहा है। मिल श्रमिकों को झांकी निर्माण के लिए आईडीए पांच मिलों को तीन-तीन लाख रुपये की आर्थिक मदद करेगा।
यह होगा अहिल्या पथ बनने से फायदा
पीथमपुर, धार से उज्जैन को सीधी कनेक्टिविटी मिल सकेगी।
इंदौर शहर के मध्य क्षेत्र से यातायात का दबाव कम होगा।
भविष्य की दृष्टि से वर्ष 2028 में आने वाले सिंहस्थ में बाहर से आने वाले यात्रियों को उज्जैन तक सीधी मार्ग सुविधा उपलब्ध होगी।
इन्दौर के पश्चिमी क्षेत्र का विकास होगा। नई बसाहट होगी। फिनटेक सिटी पश्चिमी क्षेत्र के विकास को गति प्रदान करेगी, साथ ही उक्त सिटी प्रदेश की पहली सिटी होगी, जहाॅ वित्तीय एवं साफ्टवेयर संस्थाएं कार्य करेगी।