अशोकनगर। दो दिन पूर्व मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट शनिवार की शाम जिले के कई गांवों में आफत बनकर बरसा। तेज बारिश के साथ करीब 20 मिनट से अधिक समय तक चने के आकार से लेकर 200 ग्राम वजन के ओले गिरने से खेतों में लहलहा रही फसलें जमींदोज हो गई।
शुक्रवार की शाम हुई वर्षा को अभी पूरे 24 घंटे ही नहीं हुए थे कि शनिवार को शाम 4 बजे के बाद मौसम बदलने के साथ ही आसमान से वर्षा की बूंदों के साथ ओले गिरना शुरू हो गए। कई गांवों में पहली बार ऐसी ओलावृष्टि देखने को मिली जहां करीब 20 मिनट से अधिक समय तक लगातार ताबड़तोड़ ओले गिरते रहे। इस आफत रूपी वर्षा के कारण कई गांवों में खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गईं तो एक दिन पहले तेज हवाएं चलने से आड़ी हुई फसलें जमीन के अंदर धंस गईं।
ओलावृष्टि के चलते 4 तहसीलों के करीब 25 से अधिक गांव ओलवृष्टि से प्रथमदृष्टया प्रभावित बताए जा रहे हैं। जिनकी संख्या क्षेत्र में पहुंची राजस्व विभाग की टीमों के सर्वे के बाद और अधिक बढ़ जाएगी। फिलहाल जो ओलावृष्टि से प्रभावित गांव हैं उनमें पीलीघटा, चारोदा, कनारी, पहाड़ा, मढ़ी, खाईखेड़ा, चक चिरोली, करख्या, पीलीघटा, बगुल्या, छीरखेड़ा, तरावली, बमूरिया, महाना, परवई,भीखली सहित अंचल के कई ऐसे गांव हैं जहां पर बुरी तरह से फसलें नष्ट हो चुकी हैं। जिनका आंकलन राजस्व विभाग की टीम ने खेतों पर पहुंचकर शुरू कर दिया है।
ओलावृष्टि से कुछ ही देर पहले जिले में इतनी तेज आंधी चली कि लोगों की मकान की दीवारों से लेकर ट्रांसफार्मर तक नीचे गिर गया। जानकारी के मुताबिक पीलीघटा पेट्रोलपंप के सामने अनिल रघुवंशी सेजी के खेत में लगा ट्रांसफार्मर करीब 60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली हवाओं के कारण नीचे गिर गया। वह तो गनीमत रही कि उस समय लाइट बंद थी नहीं तो कोई बड़ी जनहानी हो सकती थी। वहीं इसी खेत में करीब 200 ग्राम बजनी ओला गिरने से किसान के 60 पाइप पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।
शनिवार को आसमान से बरसी आफत के बाद गांवों के बुजुर्गों का कहना है कि इतनी देर तक और इतने वजन के ओले पहली बार उन्होंने गिरते हुए देखे हैं। कनारी के 65 साल के कृषक बाबूलाल शर्मा ने बताया कि उन्होंने घड़ी से ओलावृष्टि का पूरा नजारा देखा जिसमें 24 मिनट तक उनके गांव में लगातार ओला गिरे। इसी तरह पीलीघटा के किसान शिवनंदन रघुवंशी ने बताया कि उनकी आंखों के सामने 20 मिनट तक ओलावृष्टि हुई जिससे फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। इसी तरह अन्य गांवों में भी किसानों की उम्मीदें फसलों को लेकर पूरी तरह से समाप्त हो चुकी हैं।
ओलावृष्टि से नुकसान की जानकारी लगने पर तत्काल राजस्व विभाग की टीमों के अलावा जिले के अधिकारी खेतों पर पहुंचे जहां उन्होंने फसलों को हुए नुकसान का आंकलन करते हुए किसानों को ढाढ़ंस बंधाया। इस दौरान पूर्व विधायक जजपाल सिंह जज्जी ने कहा कि जहां पर भी नुकसान हुआ है वहां किसानों को शतप्रतिशत मुआवजा दिलाया जाएगा। इस दौरान उन्होंने राजस्व अधिकारियों से भी बातचीत करते हुए किसानों की फसलों का सही सर्वें कर शीघ्र रिपोर्ट प्रेषित करने के लिए कहा।
