शिवपुरी में जनपद पंचायत में पदस्थ निजी कंप्यूटर ऑपरेटर का एक कारनामा सामने आया है. जहां कंप्यूटर ऑपरेटर ने संबल योजना के तहत जिंदा मजदूरों को मृत घोषित कर लाखों का गबन किया.
शिवपुरी। जनपद पंचायत के लगभग 94 लाख रुपये के घोटाले के मामले में कोतवाली पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी कम्प्यूटर ऑपरेटर की निशानदेही पर दो मंहगी कार एमजी ग्लोस्टर और एम जी एस्टर को बरामद कर लिया है। शेष पूछताछ के लिए पुलिस आरोपी का दो दिन का पुलिस रिमांड अलग से ले रही है। बताया जा रहा है कि घोटाले का आरोपी कंप्यूटर ऑपरेटर महंगी कारों के अलावा महंगी स्पॉर्टी बाइको का भी शौक रखता है।
जानकारी के मुताबिक मजदूरों को मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि के लाखों रुपए के घोटाले में मुख्य आरोपी बने कम्प्यूटर ऑपरेटर शैलेन्द्र सिंह परमार से कोतवाली के सब इंस्पेक्टर दीपक पलिया ने ग्वालियर से एक कार जब्त करने के बाद दूसरी 50 लाख रुपए कीमत की कार इंदौर से जब्त कर ली है। चूंकि आरोपी ऑपरेटर परमार के 10 से अधिक बैंक खाते है और इसके अलावा जो संपत्ति ऑपरेटर ने घोटाले के पैसे से ली है, उसकी बरामदगी के लिए पुलिस आरोपी का पुलिस रिमांड अलग से ले रही है।
अभी पुलिस ने चार दिन का रिमांड लिया था, जिसमें वह दो महंगी कारें बरामद कर चुकी है। पुलिस का मानना है कि इस पूरे घटनाक्रम में ऑपरेटर ने ही शासकीय राशि के गबन की घटना को अंजाम दिया है और वह आरोपी के पास से लगभग पूरी संपत्ति जब्त करने की तैयारी में है। वहीं शेष चार आरोपियों के संबंध में भी जांच चल रही है। उनके खिलाफ तथ्य मिलने पर उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी।